बहु –स्केलेरोसिस - ( Multiple Sclerosis ) क्या है ?
यह एक रोग जिसमें मस्तिष्क तथा सुषुम्ना रज्जू शोथ के चारों ओर वसायुक्त माइलिन के आवरण क्षतिग्रस्त हो जाता है | जिससे माइलिन के आवरण नष्ट होने और घाव के निशान होने के साथ - साथ रोग के संकेत और लक्षणों के स्थूल क्रम उत्पन्न होते है | बीमारी की शुरुआत आम तौर पर युवा वयस्कों में पायी जाती है और यह महिलाओं में ज्यादा होती है एमएस मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में तंत्रिका कोशिकाओं के एक दुसरे से संवाद करने की क्षमता को प्रभावित करता है | तंत्रिका कोशिकाएं लम्बें तन्तुओं के नीचे कार्य क्षमता नामक विद्युत संकेत भेज कर संवाद स्थापित करते है जिन्हें तंत्रिकाकक्ष कहा जाता है ये माइलिन नामक एक रोधक पदार्थ में लिपटे हुए रहते है एमएस में शरीर का अपना प्रतिरोधी तन्त्र माइलिन पर हमला करता है और उसे नुकसान पहुंचाता है जब माइलिन नष्ट हो जाता है तो तंत्रिकाक्ष प्रभावकारी ढंग से संकेतों को संचालित नहीं कर सकता है फ्रांसीसी तंत्रिका विज्ञानी जीन-मार्टिन चार्कोर्ट ने १८६८ में मल्टीपल स्केलेरोसिस की एक विशेष बीमारी के रूप में पहचान की थी
परिभाषा (Definition ) - दिव्यांजन अधिकर अधिनियम
२०१६ के अनुसार –“ बहु – स्केलेरोसिस” से प्रवाहक ,तंत्रिका प्रणाली रोग अभिप्रेत
है जिसमें मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाओं के अक्ष तन्तुओं के चारों ओर रीढ़ की
हड्डी की मायलिन सीथ क्षतिग्रस्त हो जाती है जिससे डीमायीलिनेशन होता है और
मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाओं और रीढ़ की हड्डी की कोशिकाओं की एक- दूसरे के साथ सम्पर्क करने की क्षमता प्रभावित होती है |
लक्षण ( Symptoms) - एमएस एक Auto Immune
system का विकार है जो Central nervous system को प्रभावित करता है यह एक ऐसी
बीमारी है जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली नसों के सुरक्षात्मक कवच को खा जाती है जिससे
नस की क्षति होती है जो मस्तिष्क और शारीर के बीच संचार को बाधित करती है |
· 1. देखने में असुविधा
· 2. संतुलन में कमी
· 3. अस्थिरता
· 4. बोलने में असुविधा
· 5. ध्यान केन्द्रित करने में कठिनाई
· 6. शारीरिक अंगो में कमजोरी
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